Dark Mode
  • Saturday, 15 November 2025
Kumbh UP की अर्थव्यवस्था को बूस्टर, 25,000 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान

Kumbh UP की अर्थव्यवस्था को बूस्टर, 25,000 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान

होटल व्यवसायियों, होमस्टे मालिकों, रेस्तरां संचालकों को लाभ

प्रयागराज। प्रयागराज में संगम के तट पर 45 दिवसीय महाकुंभ मेला, जिसे पहले पूर्ण कुंभ के नाम से जाना जाता था, 13 जनवरी से शुरु होकर 45 दिनों तक चलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच 40 करोड़ आगंतुकों के आने का अनुमान लगाया है। अनुमान है कि महाकुंभ 2025 से योगी सरकार को 25,000 करोड़ रुपये का राजस्व मिल सकता है, इससे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 2 लाख करोड़ रुपए का आर्थिक लाभ हो सकता है। इस आयोजन से स्थानीय स्वयं सहायता समूहों, कारीगरों, होटल व्यवसायियों, होमस्टे मालिकों, रेस्तरां संचालकों और खाद्य विक्रेताओं को लाभ मिलने की उम्मीद है, इसमें डाबर, मदर डेयरी और आईटीसी जैसे प्रमुख ब्रांडों द्वारा 3,000 करोड़ खर्च करने का अनुमान है।

आधिकारिक अनुमान है कि 2019 के कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने भाग लिया था, जबकि 2013 के पूर्ण कुंभ में, इस तब इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था, 12 करोड़ श्रद्धालु आए थे। 2016 के उज्जैन कुंभ (सिंहस्थ) में 7.5 करोड़ श्रद्धालु आए थे। उत्तर प्रदेश में योगी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने महाकुंभ के लिए बुनियादी ढांचे से लेकर स्वच्छता तक 549 परियोजनाओं की शुरुआत की है, इसकी लागत 6,900 करोड़ है। 2019 में, 3,700 करोड़ की लागत से 700 परियोजनाएँ शुरू की थीं। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है कि महाकुंभ मेला बिना किसी अप्रिय घटना के संपन्न हो जाए।

Comment / Reply From

Newsletter

Subscribe to our mailing list to get the new updates!