Dark Mode
  • Tuesday, 02 September 2025
20 से 50 साल के लोगों में साइटिका का ज्यादा खतरा

20 से 50 साल के लोगों में साइटिका का ज्यादा खतरा

साइटिका से बचने के लिए नियमित रूप से करें एक्सरसाइज

नई दिल्ली। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि साइटिका तब होता है जब साइटिक नर्व की जड़ में किसी न किसी वजह से पिंच होता है। कभी-कभी डिस्क के पास की कोई हड्डी ओवरग्रोथ कर जाती है जिसके कारण स्पाइन में हर्निएटेड डिस्क इधर से उधर हो जाता है। अगर इसके आसपास ट्यूमर हो जाए तो इससे भी स्पाइनल बोन पर असर पड़ता है। साइटिका नर्व के रास्ते में कहीं भी तेज दर्द जब हो तो यह साइटिका की बीमारी है। इसे आमतौर पर लोअर बैक पेन कह सकते हैं। लेकिन इसमें जांघें और पैर के अंदर वाले मसल्स में भी बहुत दर्द करता है। यह दर्द कई तरह से हो सकता है। इसमें हल्का दर्द भी हो सकता है और बहुत तेज दर्द भी। कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि इसमें बिजली का झटका लग गया है। खांसने पर, छींकने पर या बहुत देर तक बैठने पर भी तेज दर्द महसूस होता है।हालांकि आमतौर पर साइटिका का दर्द शरीर के एक ही हिस्से में महसूस होता है। कुछ लोगों को साइटिका होने पर पैर सून्न हो जाता है। वहीं कुछ के पैरों में झुनझुनी या सिहरन होने लगता है। 20 से 50 साल के लोगों में साइटिका का ज्यादा खतरा है।

वहीं मोटापा, बैठकर काम करने वाले लोगों, डायबिटीज के मरीजों को इसका ज्यादा खतरा रहता है। साइटिका से बचने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। सही तरीके से कहीं भी बैठे। ज्यादा देर तक एक साथ न बैठें। सही पॉश्चर बहुत जरूरी है। शरीर को सीध में रखें। चाहे आप चल रहे हों या बैठ रहे हों, सही सीध जरूरी है। साइटिका का दर्द होने पर डॉक्टर से शुरुआत में ही संपर्क कर लें। हेल्थ एक्सपटर्स की माने तो साइटिका कमर और कमर से नीचे वाले हिस्सों में असहनीय दर्द है जो अक्सर यंग एज में ही लोगों को होता है। साइटिका एक नर्व का नाम है जो कमर और हिप्स से लेकर नीचे जांघों तक फैला रहता है। आमतौर पर साइटिका का दर्द तब होता है जब हेरिनिएटेड डिस्क में कोई परेशानी होती है। हेरिनिएटेड डिस्क एक तरह से हिप्स के अंदर मुख्य हड्डी है। जब कार्टिलेज घिसने लगता है और इसकी पहली परत घिस जाती है जब हर्निएटेड डिस्क में परेशानी होती है। इस डिस्क से लगे नर्व सेल्स हिप्स और नीचे दोनों पैरों तक फैले रहते हैं। इसमें सूजन लगने लगती है। जब इस पर प्रेशर पड़ता है तब बहुत तेज दर्द होता है। अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह खतरनाक हो सकता है।

Comment / Reply From

Newsletter

Subscribe to our mailing list to get the new updates!