Trump का बाइडन पर तीखा प्रहार, अफगान संदिग्ध को पागल बताते हुए वीटिंग पर उठाए सवाल
वाशिंगटन। वाशिंगटन डीसी में दो नेशनल गार्ड जवानों पर हुए घात लगाकर किए गए हमले ने अमेरिकी राजनीति को फिर से गरमा दिया है। एक जवान की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। हमलावर 29 वर्षीय अफगान मूल के रहमानुल्लाह लकनवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो खुद भी गोली लगने से घायल है। थैंक्सगिविंग के मौके पर सैन्य यूनिट्स से वीडियो कॉल के बाद मीडिया से बातचीत में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे बुराई का कार्य करार देते हुए पूर्व बाइडन प्रशासन पर सीधी चोट की। उन्होंने कहा कि लकनवाल पूरी तरह पागल हो चुका था और ऐसे लोग बिना उचित वीटिंग (बैकग्राउंड जांच) के अमेरिका कैसे दाखिल हो जाते हैं, यह जांच का विषय है। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि देश में ऐसे कई खतरे मौजूद हैं, जिन्हें बाहर करना जरूरी है। उन्होंने हमले को आतंकवादी कृत्य बताते हुए तत्काल अफगान शरणार्थियों के सभी मामलों की समीक्षा का आदेश दिया। एफबीआई निदेशक काश पटेल ने बताया कि लकनवाल ने वाशिंगटन स्टेट से कार चला कर डीसी पहुंचा और .357 स्मिथ एंड वेसन रिवॉल्वर से हमला किया। जांचकर्ताओं ने उसके वाशिंगटन स्थित अपार्टमेंट से मोबाइल, लैपटॉप और आईपैड जब्त किए हैं। सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने पुष्टि की कि लकनवाल अफगानिस्तान में अमेरिकी एजेंसियों के साथ काम कर चुका था, खासकर सीआईए समर्थित जीरो यूनिट्स में, जहां वह जीपीएस विशेषज्ञ था। विवाद का केंद्र बिंदु लकनवाल का अमेरिकी प्रवेश है। वह सितंबर 2021 में बाइडन प्रशासन के ऑपरेशन एलाइज वेलकम के तहत आया, जो अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की मदद करने वाले अफगानों को शरण देने का कार्यक्रम था।
तालिबान के सत्ता में आने के बाद हजारों अफगान इसी योजना से अमेरिका पहुंचे। ट्रंप का आरोप है कि बाइडन काल में वीटिंग लापरवाही से की गई, जिसका नतीजा आज देश की सुरक्षा को खतरे में डाल रहा है। उन्होंने कहा, वे विमानों से भरकर लाए गए, लेकिन कई योग्य ही नहीं थे। रिपोर्टर पर भड़के ट्रंप जब एक पत्रकार ने बाइडन को जिम्मेदार ठहराने पर सवाल किया, तो ट्रंप भड़क उठे। क्या आप स्टूपिड हैं? उन्होंने चिल्लाते हुए कहा। लेकिन बहस में ट्विस्ट यह आया कि लकनवाल ने दिसंबर 2024 में शरण के लिए आवेदन किया था, जिसे अप्रैल 2025 में ट्रंप प्रशासन ने मंजूर किया। अफगानइवैक संगठन ने इसे उजागर करते हुए कहा कि असाइल अप्रूवल ट्रंप काल में हुआ। होमलैंड सिक्योरिटी सचिव क्रिस्टी नोम ने पुष्टि की कि लकनवाल की पत्नी और पांच बच्चे भी अमेरिका में हैं, लेकिन कोई आपराधिक इतिहास नहीं था। ट्रंप ने तीसरी दुनिया के देशों से प्रवास पर रोक लगाने का ऐलान किया, जिससे वीजा नीति पर बहस तेज हो गई। डेमोक्रेट्स ने इसे नस्लीय बताते हुए आलोचना की, जबकि रिपब्लिकन्स ने समर्थन किया। हमले के मकसद की जांच जारी है, लेकिन यह घटना अमेरिकी आप्रवासन व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर कर रही है। आने वाले दिनों में संसदीय सुनवाई हो सकती है।
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