याह्या सिनवार की हत्या के बाद क्या हमास अस्तित्व मिट जाएगा?
येरुशलम। इजरायल पर हमास आतंकियों ने हमला कर कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद इजरायल ने हमास का समूल नष्ट करने का संकल्प लिया था। बता दें कि 7 अक्टूबर के हमले में हमास के लड़ाकों ने इज़रायली सुरक्षा को तोड़ दिया, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 150 से ज़्यादा इज़रायली बंधक बन गए। यह गाजा में पिछले कई सालों में सबसे बड़ी झड़प थी और इसने इज़राइल के रक्षा तंत्र की तैयारी पर बड़े सवाल खड़े कर दिए। तभी से इजरायल लगातार हमास के आतंकियों को चुन चुनकर मार रहा है। अब तक कई बड़े आतंकियों का खात्मा हो चुका है। इजरायल का युद्ध का उद्देश्य, शुरू से ही, हमास को पृथ्वी से मिटा देना रहा है। इस अस्पष्ट लक्ष्य की ओर, सिनवार की मृत्यु एक प्रमुख मील का पत्थर है। जुलाई में इस्माइल हानिया और सितंबर में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद, यह इजरायल द्वारा किसी दुश्मन नेता की शायद सबसे प्रमुख हत्या है। याह्या सिनवार की हत्या हमास के लिए, जिसने इजरायली युद्ध मशीन के दबाव में काफी नुकसान उठाया है, यह एक बहुत बड़ा झटका होगा। जो वास्तव में अस्तित्व के संकट को जन्म दे सकता है। इसके साथ ही, यह फिलिस्तीन में शत्रुता को समाप्त करने के लिए एक छोटा सा रास्ता भी प्रदान करता है। बता दें कि इजराइली रक्षा बलों ने गुरुवार की शाम को घोषणा की कि उसने दक्षिणी गाजा के राफा में एक लक्षित जमीनी अभियान में हमास प्रमुख याह्या सिनवार को मार गिराया है।
सिनवार इस ऑपरेशन में मारे गए तीन हमास आतंकवादियों में से एक था। जब वह इजरायल के जेल में था तब इजरायल ने उसका डीएनए सैंपल लिया था। इसी डीएनए सैंपल से इजरायल ने मिलान कर सिनवार के मौत की पुष्टि की। अब सवाल उठता है कि हमास नेता याह्या सिनवार की मौत का हमास पर क्या असर पड़ेगा। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि हमास और फिलिस्तीन इस क्षति पर किस प्रकार प्रतिक्रिया करेंगे। लेकिन अमेरिका और अन्य इजरायली सहयोगियों के लिए यह इजरायल में तनाव को कम करने और यहूदी राष्ट्र को उस संघर्ष से बाहर निकलने का अवसर प्रदान करता है। जिसने हजारों लोगों की जान ले ली है, अरबों डॉलर खर्च हो गए हैं और विश्व को एक दीर्घकालिक राजनीतिक और नैतिक संकट में डाल दिया है। मीडिया में कहा गया है कि युद्ध को रोकने के लिए बंधकों के लिए युद्ध विराम समझौते की प्रगति के साथ महीनों तक अड़े रहने के बाद, अमेरिकी प्रशासन के अधिकारियों को उम्मीद थी कि सिनवार को एक दिन बाहर निकाला जा सकता है। जिससे वार्ता के लिए दरवाजे खुलेंगे जो अन्यथा उपलब्ध नहीं होंगे। इज़रायल लंबे समय से सिनवार को 7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड मानता रहा है और उसे चलता-फिरता मरा हुआ आदमी कहता रहा है। अब माना जा रहा है कि हमले की योजना दिसंबर 2022 में ही बना ली गई थी, जब सिनवार ने गाजा में एक रैली में इज़रायल को अंतहीन रॉकेट भेजने और सैनिकों की असीमित बाढ़ तैनात करने का वादा किया था।
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