Dark Mode
  • Friday, 22 November 2024
Jabalpur में हो रही है स्टीविया की खेती

Jabalpur में हो रही है स्टीविया की खेती

शक्कर से 200 गुना ज्यादा मीठी स्टीविया की पत्तियां जबलपुर

धार। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय ने डायबिटीज और बीपी के मरीजों के लिए स्टीविया पत्ती उत्पादन के लिए हर्बल प्लांट तैयार किए हैं। इन पत्तियों की मिठास शक्कर से 200 गुना ज्यादा है। डायबिटीज और बीपी के मरीजों को इसको खाने से नुकसान नहीं होता है। इस हर्बल पौधे के माध्यम से तैयार पत्तियों की डिमांड मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के साथ-साथ रूस में भी बड़ी तेजी के साथ बढ़ रही है। ऑर्गेनिक फार्मिंग से तैयार एक क्विंटल स्टीविया पत्तियों की कीमत 20 से 25000 रूपये के बीच मिलती है। वही बिना ऑर्गेनिक फार्मिंग के पौधों की पत्तियों की कीमत प्रति क्विंटल 8 से 10000 रूपये मिलती है।

इन पत्तियों से जो पाउडर तैयार होता है। वह 400 से 450 रुपए प्रति किलो में आसानी से बिक रहा है।1 किलो पत्ती में 20 किलो शक्कर की मिठास होती है।स्टीविया पत्तियों में कैलोरी की मात्रा शून्य होती है। जिसके कारण डायबिटीज और बीपी के मरीज इसे आसानी से उपयोग में ला सकते हैं। रूस की एक कंपनी ने 60 टन पत्तियों की डिमांड भेजी है। जिसे जनवरी माह तक भेजा जाना है। इसके लिए 25 एकड़ से अधिक जमीन पर इसकी खेती की जा रही है।शक्कर के सबसे बेहतर विकल्प के रूप में स्टीविया की खेती बड़े पैमाने पर शुरू हो इसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं।

Comment / Reply From

Newsletter

Subscribe to our mailing list to get the new updates!