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पिछले एक दशक में खेलों का तेजी से विकास हुआ : Bindra

पिछले एक दशक में खेलों का तेजी से विकास हुआ : Bindra

गुड़गांव। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कहा कहा है कि पिछले एक दशक में देश में खेलों का तेजी से विकास हुआ है और खेल में नई-नई प्रतिभाएं उभरी है। अब इस खेल में जो प्रतिभाएं आ रही हैं उनमें गहराई भी है। जिस प्रकार की सफलता मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में हासिल की उससे ये साबित हुआ है। मनु ने ओलंपिक निशाने बाजी में दो कांस्य पदक जीत थे। बिंद्रा ने में कहा, ‘निशानेबाजी के खेल में भारत में आज जैसी प्रतिभा है, वह इस किसी अन्य खेल में नहीं है। राष्ट्रीय स्तर और विश्व स्तर पर बहुत से निशानेबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि पिछले एक दशक में इस खेल ने कितनी अधिक प्रगति की है। पेरिस खेलों में भारतीय निशानेबाजों ने जबरदस्त प्रदर्शन कर इससे साबित किया था। पेरिस में मनु के अलावा सरबजोत सिंह और स्वप्निल कुसाले ने भी कांस्य पदक जीते थे। बिंद्रा ने कहा, ‘कुछ समय के लिए ऐसा भी समय रहा जब दो ओलंपिक में हम कोई पदक नहीं जीत पाए थे हालांकि असफलता भी खेल का ही हिस्सता है।

इससे एथलीटों और महासंघ ने सबक सीखा है जिसके कारण ही हमें परेस में अच्छे परिणाम मिले। बिंद्रा ने कहा कि भविष्य के ओलंपिक खेलों में इसी तरह के प्रदर्शन को जारी रखने के लिए रणनीतिक योजना और बारिकियों पर अधिक ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि यह लय जारी रहेगी और रणनीतिक योजना जारी रहेगी। छोटी-छोटी चीजें बहुत मायने रखती हैं, उनका ध्यान रखना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि देश निशानेबाजी में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता रहेगा। गौरतलब है कि साल 2026 राष्ट्रमंडल खेलों ने निशानेबाजी, हॉकी, क्रिकेट और कुश्ती को अपने कार्यक्रम से हटा दिया है जिससे ग्लास्गो में भारत की पदक संभावनाओं को झटका लगा है पर बिंद्रा का मानना है कि इन खेलों में एक बार फिर निशानेबाजी को शामिल किये जाने की उम्मीद उन्हें है।

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