Nursing घोटाले के व्हिसलब्लोअर रवि परमार की जान को खतरा
भोपाल/ मध्य प्रदेश के बहुचर्चित नर्सिंग महाघोटाले में भ्रष्टाचार की एक के बाद एक नई परतें खुल रही है नर्सिंग घोटाले को उजागर करने वाले व्हिसलब्लोअर रवि परमार की शिकायत के बाद दिल्ली सीबीआई की जांच में पता चला है कि कॉलेजों की जांच कर रही CBI की टीम भी भ्रष्टाचार में संलिप्त थी ऐसे में सीबीआई इंस्पेक्टर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है वहीं सीबीआई इंस्पेक्टर और नर्सिंग कालेज संचालक 29 मई तक रिमांड पर हैं इधर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अनियमितता को लेकर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए है। गड़बड़ी करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाएगा। ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों की पहचान कराई जा रही है जिन्होंने गलत रिपोर्ट देकर अनफिट नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दिलाने करने में मदद की थी।
वहीं रविवार को व्हिसलब्लोअर एनएसयूआई रवि परमार ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखकर मुलाकात के लिए समय मांगते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में लंबे समय से नर्सिंग फर्जीवाड़ा चल रहा था जिसको लेकर हम निरंतर शिकायत कर रहे थें लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया बल्कि घोटाले को दबाने के लिए अथक प्रयास किए गए ।
परमार ने पत्र में लिखा कि मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ा से प्रदेश के लाखों नर्सिंग छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है और पूरे भारत में मध्यप्रदेश की छवि धूमिल हुई है , इस नर्सिंग फर्जीवाड़े में कई बड़े शिक्षा माफ़िया, हवाला कारोबारी एवं मप्र शासन के ज़िम्मेदार अधिकारी शामिल हैं ।
रवि ने अपनी हत्या की आशंका जताते हुए आगे लिखा कि नर्सिंग घोटाले को उजागर करने के परिणाम स्वरूप पुलिस प्रशासन द्वारा मेरे ऊपर कई मुकदमे दर्ज कर दिए गए और मुझे आलोकतांत्रिक तरीक़े से जेल तक भेजा गया लेकिन अब घोटाला CBI की कार्यवाही से उजागर हो चुका हैं नर्सिंग घोटाले के सभी साक्ष्य मेरे पास हैं जिसके चलते इसमें शामिल कई बड़े रसूखदार लोगों और वरिष्ठ अधिकारी जो मुझ जैसे छोटे से छात्र प्रतिनिधि के खिलाफ कुछ भी षड्यंत्र कर मेरी हत्या भी करवा सकते हैं या झूठे पुलिस प्रकरणों में भी फँसवा सकते है
परमार ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि आप मुझे मुलाकात के लिए समय प्रदान करें हम एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आपसे मुलाकात कर नर्सिंग घोटाले से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य आपको सौंप कर इस पूरी कार्यवाही में शासन और आपका सहयोग करना चाहता हूँ ताकि इस महाघोटाले के सभी दोषियों पर सख़्त से सख़्त सजा दिलाई जा सके और शिक्षामाफ़ियाओ को जड़ से उखाड़ प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को स्वच्छ किया जाये ।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने मुख्यमंत्री को ट्वीट करते हुए लिखा का "ये अराजक व्यवस्था का अतिरेक है , अभी व्यापम घोटाले की परतें पूरी तरह खुली भी नहीं थीं कि नर्सिंग कॉलेज घोटाला सामने आ गया , आश्चर्य इस बात का कि MP की सरकार खुद कोई बड़ा कदम उठाती दिखाई नहीं दे रही , यहां तक कि इस घोटाले की परतें खोलने वालों की सुरक्षा भी खतरे में है NSUI नेता रवि परमार को भी अपनी जान का खतरा नजर आ रहा है। उन्होंने सीएम डा मोहन यादव को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की मांग की है , CM को चाहिए कि उन्हें सुरक्षा देने के साथ शिक्षा माफिया पर भी नकेल कसे ।"
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण यादव ने ट्वीट कर लिखा कि "मध्यप्रदेश में व्यापमं महाघोटाले के बाद नर्सिंग कालेज महाघोटाला उजागर हुआ है, जिसमें सीबीआई के अधिकारी तक रिश्वत लेते पकड़े गए हैं, वहीं दूसरी तरफ मप्र की सरकार में बैठे नुमाइंदे नर्सिंग घोटाले के आरोपियों को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, वहीं अब नर्सिंग घोटाला उजागर करने वाले कांग्रेस के छात्र नेता, व्हिस्लब्लोअर रवि परमार के साथ अनहोनी हो सकती है, मैं मुख्यमंत्री मोहन यादव जी से मांग करता हूँ कि रवि परमार को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराएं साथ ही शिक्षा माफियाओं के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही करें ।"
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