
Plane में 100 एमएल से ज्यादा पानी ले जाने की इजाजत नहीं
लंदन एयरपोर्ट पर घटी एक घटना ने बदल दिए नियम
लंदन। दुनिया के किसी भी एयरपोर्ट पर 100 एमएल से अधिक लिक्विड प्लेन में ले जाने की इजाजत क्यों नहीं दी जाती हैं। इसकी वजह है 19 साल पहले लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर हुई एक आतंकी घटना। दरअसल, यह मामला 2006 का है, जब एक आतंकी विस्फोट को पानी की बोतल में छिपाकर ले जा रहा था। गनीमत रही कि सुरक्षा एजेंसियों इसकी भनक लग गई और आतंकी को वारदात को अंजाम देने से पहले ही दबोच लिया। इस घटना को इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन ने बड़ी गंभीरता से लिया था। भविष्य में ऐसी घटना को फिर से अंजाम न दिया जाए, लिहाजा 100 एमएल तक ही लिक्विड प्लेन में ले जाने की इजाजत देने का नियम बनाया गया। इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन द्वारा बनाए गए इस नियम को दुनिया के सभी एयरपोर्ट ने अपने यहां लागू किया। इसके बाद से दुनिया के सभी एयरपोर्ट पर यात्रियों को अपने साथ लाए 100 एमएल लिक्विड को ही सिक्योरिटी होल्ड एरिया में ले जाने की इजाजत दी। भले ही यात्री अपने साथ सील्ड पैक बोतल में पानी ही क्यों ना लाया हो।
इससे ज्यादा लिक्विड को सुरक्षा जांच के बाद चेकइन बैगेज में रखने का नियम भी बनाया गया था। 2006 में ब्रिटिश एयरवेज़ की एक फ्लाइट में यात्रा करने वाले कुछ यात्रियों ने एयरपोर्ट सुरक्षा चेक से पहले अपनी पानी की बोतलें अपने बैग में रख ली थीं। सुरक्षा अधिकारियों ने जब इन बोतल को चेक किया, तो पाया कि इनमें कुछ अजीब सा है और संदिग्ध पदार्थ है। इस पर सुरक्षा अधिकारियों ने छानबीन की और पाया कि कुछ बोतलें असल में विस्फोटक पदार्थों से भरी हुई थीं, जो पानी की बोतल की पैकिंग में छिपाई गई थीं। यह मामला आतंकवादी साजिश का हिस्सा था, जिसमें कुछ आतंकी समूह पानी की बोतलें और अन्य साधारण सामान के जरिए विस्फोटक पदार्थों को एयरपोर्ट के भीतर ले जाने की साजिश को अंजाम देने की कोशिश कर रहे थे।
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