नई पीढ़ी केवल वर्तमान सितारों से जुड़ाव रखती है: Vivek Oberoi
मुंबई। हाल ही में अभिनेता विवेक ओबरॉय कहा कि आने वाले समय में शाहरुख खान जैसे दिग्गजों को भी लोग उतना याद नहीं रखेंगे। चर्चा में विवेक ने कहा, “1960 में कौन सी फिल्में आईं, किसने काम किया आज पूछो तो किसी को फर्क नहीं पड़ता। समय के साथ आप इतिहास से बाहर कर दिए जाते हैं। हो सकता है 2050 में लोग कहें कौन शाहरुख खान?” उनके इस बयान ने चर्चा जरूर पैदा की, लेकिन विवेक ने अपनी बात को यह कहते हुए और स्पष्ट किया कि यह हर इंसान के साथ होता है, चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो। उन्होंने उदाहरण के तौर पर महान फिल्मकार और अभिनेता राज कपूर का नाम लिया। विवेक बोले, “मैं और आप राज कपूर को सिनेमा का भगवान मानते हैं, लेकिन अगर आप किसी यंगस्टर से पूछें, जो रणबीर कपूर का फैन है, तो शायद वह राज कपूर के बारे में ज्यादा नहीं जानता होगा।” विवेक के अनुसार, समय के साथ नई पीढ़ी केवल वर्तमान सितारों से जुड़ाव रखती है और पुरानी यादें धीरे-धीरे फीकी पड़ जाती हैं। गौरतलब है कि शाहरुख खान खुद कई बार कह चुके हैं कि वह “आखिरी सुपरस्टार” हैं।
आज भी उनका प्रभाव बरकरार है ‘पठान’, ‘जवान’ और ‘डंकी’ जैसी फिल्मों ने विश्वभर में लगभग 2600 करोड़ रुपये की कमाई की है। वहीं, उनके बच्चे भी इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। सुहाना खान एक्टिंग में डेब्यू कर चुकी हैं, जबकि आर्यन खान की सीरीज बैड्स ऑफ बॉलीवुड को काफी देखा गया। शाहरुख ने अपने बेटे की इस प्रोजेक्ट में कैमियो भी किया था। फिलहाल दर्शक शाहरुख की आगामी फिल्म किंग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि विवेक की सोच एक ऐसे सच को भी दर्शाती है कि समय किसी को नहीं छोड़ता, और सिनेमा की बदलती पीढ़ियों में स्टारडम की चमक भी धीरे-धीरे धुंधली पड़ जाती है। मालूम हो कि अभिनेता विवेक ओबरॉय इन दिनों ग्लैमर, शोहरत और स्टारडम की चमक-दमक से दूर एक अलग सोच के साथ जी रहे हैं। उनका मानना है कि फिल्मी दुनिया में नाम और पहचान बेहद क्षणिक होती है। कुछ दशक गुजरने के बाद, इतिहास में सितारों का वजूद तेजी से धुंधला हो जाता है और नई पीढ़ियां अक्सर उन लोगों को याद भी नहीं रखतीं, जिन्हें कभी ‘सुपरस्टार’ कहा गया था।
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