Taliban सरकार से मिला भारत का डेलिगेशन
भारत से संबंध बेहतर करने की बात कही
काबुल। अफगानिस्तान में तालिबानियों का राज चल रहा है। काबुल की सत्ता बदलने के बाद पहली बार भारत और तालिबान के बीच कोई हाई लेवल बैठक हुई। विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान) जेपी सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने काबुल में तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से मुलाकात की। इसके साथ ही अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई से भी मुलाकात हुई।
तालिबानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने कहा कि अफगानिस्तान-भारत संबंधों और आर्थिक और पारगमन मामलों पर गहन चर्चा हुई। उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच संबंधों को ऐतिहासिक बताते हुए श्री सिंह ने कहा कि भारत ने पिछले ढाई वर्षों में अफगानिस्तान को विभिन्न क्षेत्रों में मानवीय सहायता प्रदान की है। बल्खी ने कहा, इसके अलावा, समग्र सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने, नशीले पदार्थों का मुकाबला करने, आईएसकेपी और देश में भ्रष्टाचार से लड़ने में आईईए (इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान) के प्रयासों की सराहना करते हुए, श्री सिंह ने कहा कि भारत अफगानिस्तान के साथ राजनीतिक और आर्थिक सहयोग बढ़ाने और चाबहार बंदरगाह के माध्यम से व्यापार बढ़ाने में रुचि रखता है।
तालिबान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, मानवीय सहायता के लिए भारत का आभार व्यक्त करते हुए, एफएम मुत्ताकी ने कहा कि हमारी संतुलित विदेश नीति के अनुरूप, आईईए क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण अभिनेता के रूप में भारत के साथ राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना चाहता है। अंत में, मुत्ताकी ने भारत के संयुक्त सचिव से अफगान व्यापारियों, मरीजों और छात्रों के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने का आग्रह किया।
Tags
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!