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  • Friday, 22 November 2024
Election Commission ने इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से मिला डेटा वेबसाइट पर अपलोड किया

Election Commission ने इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से मिला डेटा वेबसाइट पर अपलोड किया

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से मिला डेटा गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। चुनाव आयोग की वेबसाइट में 763 पेजों की दो लिस्ट डाली गई हैं। एक लिस्ट में इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वालों की डिटेल है, दूसरी लिस्ट में राजनीतिक पार्टियों को मिले बॉन्ड का ब्यौरा है। चुनाव आयोग की वेबसाइट में अपलोड की गई सारी जानकारी 3 मूल्यवर्ग के बॉन्ड की खरीद से जुड़ा हुआ है। इलेक्टोरल बॉन्ड 1 लाख रुपये, 10 लाख रुपये और 1 करोड़ रुपये के खरीदे गए हैं। हालांकि, दी गई जानकारी में ये पता लगाने का कोई तरीका नहीं है कि किस कंपनी ने किस पार्टी को डोनेशन दिया है। वैसे पूर्व में जारी आंकड़ों में बताया गया है कि भाजपा को सबसे ज्यादा करीब 6 हजार करोड़ का चंदा मिला है।


सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की संविधान बेंच ने 15 फरवरी को इलेक्टोरल बॉन्ड की बिक्री पर रोक लगा दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार शाम तक इलेक्टोरल बॉन्ड का पूरा डेटा सौंपने को कहा था। एसबीआई ने मंगलवार शाम 5.30 बजे चुनाव आयोग को डेटा सौंप दिया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने गुरुवार को इसे सार्वजनिक किया। 11 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने बैंक को फटकार लगाई थी और 12 मार्च शाम तक यह डिटेल देने का निर्देश दिया था। इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए सबसे अधिक 1368 करोड़ का चन्दा फ्यूचर गेमिंग कंपनी मार्टिन सेंटिआगो ने दिया। राजनीतिक दलों को चंदा देने वाली अन्य कंपनियों में टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता लिमिटेड भी शामिल हैं। ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजीनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज ने भी राजनीतिक दलों को चंदा दिया है।

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