युद्धविराम तभी जब मिस्र के साथ गाजा की सीमा पर मिले खुला नियंत्रण: Netanyahu
-इजरायली पीएम की हठधर्मी के चलते घर में ही हो रहा उनका विरोध
यरुशलम। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू स्थायी युद्धविराम करने को लेकर अपने ही देश में लोगों के विरोध का सामना कर रहे हैं। इजराइली लोग उनके खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और उन पर हठधर्मी होने के आरोप लगा रहे हैं वहीं यूएन समेत कई देश भी नेतन्याहू पर युद्धविराम के लिए भारी दबाव डाल रहे हैं। इन सबके बीच नेतन्याहू का कहना है कि वह गाजा में स्थायी युद्धविराम के लिए तभी सहमत होंगे जब इजरायल को मिस्र के साथ गाजा की सीमा पर खुला नियंत्रण दिया जाएगा ताकि हमास कभी भी इसका इस्तेमाल न कर सके। नेतन्याहू के रुख से युद्धविराम प्रयासों के लिए खतरा पैदा हो गया है क्योंकि हमास ने बहु-चरणीय संघर्ष विराम समझौते में गाजा से इजरायल की पूर्ण वापसी की मांग की है।
नेतन्याहू ने कहा कि जब तक गलियारा खुला रहेगा तब तक गाजा का कभी भी भविष्य नहीं हो सकता। हमास को हथियार देने में फिलाडेल्फी कॉरिडोर की मुख्य भूमिका है और यह सब 7 अक्टूबर के नरसंहार का कारण बनी है, हमास ने इसे बार-बार करने की कसम खाई है। मैं एक सौदा करने को तैयार हूं। मैंने एक सौदा पहले ही कर लिया है, एक ऐसा जो 150 बंधकों को वापस लाया, जिनमें से 117 जीवित हैं और मैं शेष 101 को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मैं उन्हें वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश करूंगा। नेतन्याहू ने कहा कि अगर हम राफा को, फिलाडेल्फी कॉरिडोर को छोड़ देते हैं, तो कोई दबाव नहीं बचेगा और हमें बंधक नहीं मिलेंगे। फिलाडेल्फी कॉरिडोर का मुद्दा, मिस्र के साथ गाजा की सीमा में एक संकीर्ण क्रॉसिंग, जहां इजरायल का दावा है कि हमास युद्धग्रस्त क्षेत्र में हथियारों की तस्करी करता है, गाजा में लड़ाई को रोकने के लिए एक समझौते को सुरक्षित करने के प्रयासों में एक प्रमुख बिंदु रहा है।
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