Ashwin बोले, हार के लिए गंभीर जिम्मेदार नहीं
कोच बल्ला उठाकर मैदान में नहीं जा सकता
चेन्नई। पूर्व स्पिनर आर अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की 2-0 से हार को निराशाजनक बताया पर कहा कि इसके लिए केवल मुख्य कोच गौतम गंभीर को ही दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। अश्विन ने गंभीर का समर्थन करते हुए कहा है कि खिलाड़ियों को जो जिम्मेदारी मिली थी उसे वे निभा नहीं पाये। ऐसे में आलोचक कोच को हार का दोषी ठहरा रहे हैं। अश्विन ने ये भी कहा कि गंभीर ने भी गलतियां की हैं पर यहां बात जिम्मेदारी लेने की आती है। गुवाहटी टेस्ट में भारतीय टीम की हार के बाद से ही से सोशल मीडिया में लोगों ने गंभीर के खिलाफ कमेंट करते हुए कहा है कि उन्हें कोच पद से हटा दिया जाना चाहिये। इसी को लेकर। अश्विन ने कहा है कि ड्रेसिंग रूम में लिए जाने वाले फैसलों में कोच की अहम भूमिका होती है पर उन्हें अमल में लाने का काम खिलाड़ियों का होता है और इसमें वे असफल रहे। इस पूर्व स्पिनर ने कहा, हम जिम्मेदारी चाहते हैं। यह आसान है, क्योंकि भारतीय क्रिकेट में, आप जानते हैं और मैं भी जानता हूं। इसमें बहुत कुछ मिलता है और बहुत सारा पैसा भी शामिल है। बहुत से लोग यह काम करने के लिए तैयार हैं और हमेशा ऐसे लोग होंगे जो इसमें अपनी भूमिका निभाएंगे पर सच तो यह है कि एक कोच बल्ला उठाकर मैदान में खेलने नहीं जा सकता। वह केवल अपना काम कर सकता है, खिलाड़ियों से बात कर सकता है। गंभीर की कोचिंग में खेलने वाले अश्विन ने साथ ही कहा, एक कोच क्या कर सकता है? मैं आपसे एक आसान सवाल पूछ रहा हूं।
अपने को कोच की जगह रखकर देखिए। आप कह सकते हैं कि एक खिलाड़ी को निरंतरता चाहिए और उनके समय में काफी अधिक बदलाव हो रहा है ठीक है मैं इससे सहमत हूं पर खेलने और प्रदर्शन करने की स्किल खिलाड़ी की जिम्मेदारी है। एक खिलाड़ी के तौर पर आपको वही नियंत्रित करना चाहिए जो आपके बस में है। फैसला लेना कोच और कैप्टन का काम है उसे छोड़ दीजिए। अश्विन ने कहा, मैंने ज्यादा खिलाड़ियों को इतनी जिम्मेदारी लेते नहीं देखा कि वे कहें कि कोच ही परेशानी है। यह एक सही बात है। फैसला लेने वाला बेहतर हो सकता है पर मेरा मानना किसी पर व्यक्तिगत हमले नहीं होने चाहिये। हम हमेशा किसी न किसी को दोषी ठहराने का प्रयास करते हैं। अश्विन ने कहा कि गंभीर को हटाने की मांग करना गलत है और इससे टीम बेहतर नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा, हम ऐसा क्यों कर रहे हैं? कोच एक स्पोर्ट है। टीम को संभलना करना इतना आसान नहीं हो सकता। उन्हें भी हार का दुख होता है। हमें यह समझना होगा। किसी को नौकरी से निकालना अच्छा लग सकता है, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए। मैं कभी ऐसा इंसान नहीं रहा। यह किसी को सपोर्ट करने के बारे में नहीं है गंभीर मेरा रिश्तेदार नहीं है। मैं 10 गलतियां भी गिना सकता हूं पर गलतियां सभी करते है।कभी-कभी गलतियां अधिक नुकसानदेह होती हैं।
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