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  • Wednesday, 11 September 2024

PM मोदी ने लड़ाकू विमान तेजस में 45 मिनट भरी उड़ान, कुछ देर किया Control

 

बोले- दुनिया में हम किसी से कम नहीं रक्षा उत्पादों में देश आत्मनिर्भरता की ओर

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। पीएम मोदी ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस में 45 मिनट तक उड़ान भरी और इस दौरान आसमान में उड़ान भरते वक्त कुछ देर के लिए सारे कंट्रोल को भी खुद ऑपरेट किया। उड़ान भरने के बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने सफलतापूर्वक तेजस की उड़ान भरी और उन्हें इसके लिए गर्व है। इतना ही नहीं, उन्होंने बेंगलुरु स्थित एचएएल यानी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड फैसिलिटी का दौरा भी किया। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़ान की तस्वीरों को अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया और लिखा, ‘मैं आज तेजस में उड़ान भरते हुए अत्यंत गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं। भारतीय वायुसेना, DRDO और HAL के साथ ही समस्त भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं.’ उन्होंने एक और पोस्ट में कहा, ‘तेजस पर सफलतापूर्वक उड़ान पूरी की। यह अनुभव अविश्वसनीय रूप से समृद्ध था, जिसने हमारे देश की स्वदेशी क्षमताओं में मेरे विश्वास को काफी हद तक बढ़ा दिया और हमारी राष्ट्रीय क्षमता के बारे में मुझमें नए सिरे से गर्व और आशावाद की भावना पैदा की। 

गौरतलब है कि तेजस भारत द्वारा विकसित किया जा रहा एक हल्का व कई तरह की भूमिकाओं वाला जेट लड़ाकू विमान है। यह हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित एक सीट और एक जेट इंजन वाला, अनेक भूमिकाओं को निभाने में सक्षम बिना पूंछ का, कम्पाउण्ड-डेल्टा पंख वाला एक हल्का युद्धक विमान है। 

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रक्षा उत्पादों के स्वदेशी उत्पादन पर जोर दे रहे हैं और उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला है कि कैसे उनकी सरकार ने भारत में उनके विनिर्माण और उनके निर्यात को बढ़ावा दिया है। बता दें कि कई देशों ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस को खरीदने में रुचि दिखाई है और अमेरिकी रक्षा दिग्गज जीई एयरोस्पेस ने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान Mk-II-तेजस के लिए संयुक्त रूप से इंजन बनाने के लिए एचएएल के साथ एक समझौता किया था। वहीं, देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अप्रैल में कहा था कि वित्त वर्ष 2022-2023 में भारत का रक्षा निर्यात ₹15,920 करोड़ के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा था कि यह देश के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। 

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