Olympic Medal जीतने के बाद मनु से करार करना चाहती हैं कई कंपनियां
शेटराउ। पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचने वाली महिला निशानेबाज मुन भाकर की लोकप्रियता आज शीर्ष पर है। ऐसे में स्वदेश लौटते ही मनु पर पैसे की बारिश होना तय है। कई कंपनियां मुन को अपने साथ जोड़ना चाहती हैं। अब देखना होगा कि मनु किसी प्रकार इस सबके बीच अपने खेल को शीर्ष पर बनाये रखती हैं। मनु ने 10 मीटर पिस्टल में कांस्य पदक जीतने के बाद सरबजोत सिंह के साथ मिश्रित टीम पिस्टल स्पर्धा में एक और कांस्य पदक जीता जबकि वह 25 मीटर पिस्टल फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं। वह अभी तक भारत वापस नहीं आई हैं लेकिन उनकी प्रबंधन कंपनी को ई-कॉमर्स से लेकर स्किनकेयर उत्पादों तक के वाणिज्यिक गठजोड़ के लिए 40 से अधिक प्रस्ताव मिल चुके हैं। खेलों में शानदार प्रदर्शन के बाद मनु ने कहा कि उनके लिए बदलाव का कोई कारण नहीं है और फिलहाल उनका एकमात्र एजेंडा अगले तीन महीनों में विभिन्न प्रकार के भारतीय भोजन खाना है। मनु ने कहा कि मैं प्रसिद्धि और धन संभालने के तरीके के बारे में नहीं जानती। मुझे लगता है कि मैं सिर्फ अपनी निशानेबाजी और इसके आसपास की अन्य दिनचर्या जिम और योग पर ही टिकी रहूंगी। भगवान आपको जो देता है उसे स्वीकार करें और जो आपके पास है उससे लोगों की मदद करने का प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि अभी मैं अगले 3 महीनों तक सिर्फ तरह-तरह के भारतीय पकवान खाना चाहती हूं पर मुझे नहीं लगता कि कोच मुझे सुबह देर तक सोने देंगे। मैं खूब खाऊंगी लेकिन यह भी सुनिश्चित करूंगी कि मैं वर्कआउट भी करूं। वहीं मनु के कोच और भारत से निकले सबसे बेहतरीन पिस्टल निशानेबाजों में से एक जसपाल राणा का मानना है कि अगले तीन महीनों में वह जो कुछ भी करती है उससे यह पता चल जाएगा कि वह किस दिशा में जा रही है। जब उनसे पूछा गया कि क्या मनु यहां के प्रदर्शन के बाद भी वैसी ही रहेंगी तो उन्होंने कहा कि समय ही बताएगा, तीन महीने बाद। कोच ने कहा कि अभी वह बहुत से लोगों के प्रति जवाबदेह है, उसे प्रशंसकों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने की जरूरत है। जब आप मशहूर हो जाते हैं तो आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ती है, इसलिए हमने उसे तीन महीने पूरी तरह से छुट्टी रखी है। प्रतियोगिता खत्म होने के बावजूद मनु को कुछ समय के लिए पेरिस में ही रहना पड़ सकता है, अगर उन्हें समापन समारोह के लिए भारत का ध्वजवाहक घोषित किया जाता है तो। मनु ने कहा कि यह जीवन भर का सम्मान होगा। यह बहुत बड़ा सौभाग्य होगा।
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!