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  • Tuesday, 03 December 2024
व्यापमं की जांच शुरू हो गई थी इसलिए हड़बड़ाकर शिवराज ने सरकार गिरवाई : Digvijaya Singh

व्यापमं की जांच शुरू हो गई थी इसलिए हड़बड़ाकर शिवराज ने सरकार गिरवाई : Digvijaya Singh

गुना । पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वे सरकार गिराने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को कभी माफ नहीं करेंगे। दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार में व्यापमं घोटाले की जांच हो रही थी और शिवराज सिंह चौहान को आरोपी बनाया जा सकता था। इसलिए सिंधिया के साथ मिलकर हड़बड़ाकर षड्यंत्र रचा गया और 25 से 50 करोड़ रुपए देकर विधायक खरीद लिए। पूर्व सीएम के मुताबिक भाजपा की 18 साल सरकार रही, लेकिन जितना भ्रष्टाचार बीते 5 सालों में देखा गया है, उतना कभी नहीं हुआ। दिग्विजय ने आव्हान किया कि सिंधिया, शिवराज और उनके समर्थकों की दगाबाजी की एक ही सजा है कि उन्हें वोट न दिए जाएं और साल 2023 में मतदाता भाजपा के खिलाफ मतदान करें। दिग्विजय सिंह लक्ष्मीगंज में एक विशाल आमसभा को सम्बोधित कर रहे थे। सभा मे कांग्रेस प्रभारी राघवेंद्र शर्मा, जिलाध्यक्ष मेहरबानसिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता महावीर पंड्या, नूरुल हसन नूर, सुमेर सिंह, हरिशंकर विजयवर्गीय, विश्वनाथ तिवारी, मानसिंह परसौदा, निकलंक जैन, रजनीश शर्मा, वीरेंद्र सिसौदिया, सत्येंद्र जैन, विक्रम तोमर, जिनेन्द्र जैन, महेंद्र राजपूत सहित अनेक पदाधिकारी सहित हज़ारों की तादाद में जनसमुदाय मौजूद रहा।

 

- आचार संहिता के पहले तक दहशत थी

पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि आचार संहिता लगने से पहले मध्यप्रदेश की जनता में भय था, लोग डरे हुए थे। लेकिन आचार संहिता लगने के बाद भाजपा के खिलाफ असंतोष की लहर आ गई है। जनता ने भाजपा को हराने का संकल्प ले लिया है। गुना विधानसभा प्रत्याशी पंकज कनेरिया के समर्थन में शहर के हृदय स्थल लक्ष्मीगंज में सभा को संबोधित करने के दौरान दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिवराज सिंह चौहान को भी आड़े हाथों लिया।

 

- माधवराव के साथ मिलकर लाए थे एनएफएल, गैल, पाईपलाइन

दिग्विजय ने बताया कि साल 1980 में वे और अर्जुन सिंह माधवराव सिंधिया को कांग्रेस में लाए थे। इसके बाद माधवराव ने अच्छा काम किया, उनके साथ मिलकर गैस पाइपलाइन योजना को गुना लाने में सफल हुए, जिसके बाद एनएफएल और गेल जैसे संयंत्र गुना जिले को मिल सके। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।

 

- सिर्फ 22 विधायक थे सिंधिया के समर्थन में

दिग्विजय ने दावा किया कि साल 2018 में कांग्रेस के 114 में से सिर्फ 22 विधायक ही सिंधिया के समर्थन में थे, इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता था। लेकिन कमलनाथ ने हमेशा सिंधिया का सहयोग किया। उन्हें सिंधिया स्कूल की जमीन निशुल्क दे दी। दिग्विजय के मुताबिक मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने कभी गुना संसदीय क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं किया था। इसके बावजूद ज्योतिरादित्य कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए और भाजपा ने उन्हें भाईसाहब बना दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री ने गुना के चुनावी मंच से केंद्र सरकार और भाजपा पर आरोप लगाया कि देशभर में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि साल 2014 तक कुछ हुआ ही नहीं था। जबकि कांग्रेस की नीतियां और कार्यों की वजह से ही मोदीजी जैसे गरीब घर के व्यक्ति प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे। पूर्व मुख्यमंत्री ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर उनका स्मरण करते हुए बताया कि नेहरू और महात्मा गांधी की नीतियों की वजह से देश एकजुट है। उनकी नीतियों का ही नतीजा है कि सीलिंग जैसी बड़ी प्रक्रिया के दौरान चाइना और फ्रांस की तरह भारत में खूनी क्रांति नहीं हुई। सीलिंग के जरिए गरीबों को जमीनें मिलीं, जो खेती करता था उसे पट्टा दिया गया। देश को एकजुट करने का श्रेय महात्मा गांधी, पं. नेहरू और देश के संविधान को जाता है।

 

- सम्पर्क, संवाद, समन्वय सामंजस्य का मंत्र

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने के लिए दिग्विजय सिंह ने सम्पर्क, संवाद, समन्वय और सामंजस्य के साथ-साथ सकारात्मक सोच अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने दो टूक कहा कि जिस कार्यकर्ता में नकारात्मक सोच है, वह उनसे सम्पर्क न करे। श्री सिंह ने कार्यकर्ताओं को ईमानदारी और विचारधारा के साथ बने रहने के लिए गीता का सार समझाया।

 

- टोल नीति लाए जिससे सड़कें सुधरी, हमारे बिजली संयंत्रों से मिल रही बिजली

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा दिग्विजय सिंह के शासनकाल को विकास अवरोधक बताने पर दिग्विजय ने विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश के भीतर टोल रोड लाने वाले वह पहले जनप्रतिनिधि थे। इसके बाद उनकी नीति का पालन केंद्र सरकार ने भी किया और आज देशभर में टोल रोड हैं। इसी तरह गांवों में सिंचाई के संसाधन बढ़ाने पर उन्होंने जोर दिया था। दिग्विजय ने कहाकि मुझे दुख है कि साल 2003 के बाद इन योजनाओं को प्रदेश सरकार ने महत्व नहीं दिया। उनके कार्यकाल में बिजली समस्या को लेकर हो रहीं चर्चाओं पर स्पष्टीकरण देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि मप्र का विभाजन होने की वजह से कोयला खदानें छत्तीसगढ़ में चली गई थीं। लेकिन इस समस्या पर वह काम कर रहे थे और कहते थे कि साल 2007 तक सब सामान्य हो जाएगा। बाद में वही हुआ। पूर्व सीएम ने उमा भारती, सुंदरलाल पटवा और विक्रम वर्मा जैसे नेताओं द्वारा उनपर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर बताया कि यह तीनों ही नेता एक भी आरोप सिद्ध नहीं कर सके। इनमें से सुंदरलाल पटवा और विक्रम वर्मा ने तो समझौता भी कर लिया।

 

- पंकज के गुना संकल्प पत्र का दिग्विजयी वचन

गुना विधानसभा के प्रत्याशी पंकज कनेरिया और उनके द्वारा बनाए गए संकल्प पत्र की प्रशंसा करते हुए दिग्विजय ने भरोसा दिया कि वह पंकज के संकल्पों को पूरा करने में सहयोग करेंगे। इसके साथ ही पूर्व सीएम ने गुना के कांग्रेस नेताओं से आव्हान किया कि चुनाव से पहले 3 दिन तक पूरी तरह प्रचार में लग जाएं। बड़े नेताओं को अलर्ट रहने का संकेत देते हुए दिग्विजय ने ऐलान किया कि वह 3 दिसम्बर को उन सभी नेताओं के पोलिंग बूथ का रिजल्ट देखेंगे, तो अपने आपको बड़ा नेता मानते हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं चलेगा कि बड़े नेता अपना पोलिंग बूथ हार जाएं। भारतीय जनता पार्टी का विधायक रहे गुना का विकास नहीं हो पाने का दावा करते हुए दिग्विजय ने शहर के विकास के रास्ते भी सुझाए। दिग्विजय सिंह ने सुझाव दिया कि गुना की सीमाओं और आवासीय क्षेत्र का विस्तार होना चाहिए, तभी गुना विकसित हो सके। इसी तरह कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाओं को देखते हुए दिग्विजय सिंह ने नानाखेड़ी मंडी में व्यापारियों के लिए सहूलियतों पर ध्यान देने की आवश्यकता जताई।

कांग्रेस के संकल्पों को दोहराते हुए दिग्विजय सिंह ने कहाकि भाजपा इस संकल्प पत्र की नकल कर रही है। यह घोषणा पत्र अच्छा है, जिसकी भाजपा भी नकल कर रही है। नारी सम्मान योजना, सस्ता सिलेंडर, विवाह सहायता राशि सहित तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए दिग्विजय ने ऐलान किया कि कांग्रेस सत्ता में आई तो पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन का अवकाश लागू किया जाएगा। इसी तरह पुरानी पेंशन योजना भी लागू करेंगे। आवश्यकता पड़ी तो मजदूर, हम्माल और अन्य मेहनतकश वर्ग को 60 वर्ष बाद पेंशन दी जाएगी।

 

- पंकज का विजन गुना

लक्ष्मीगंज की चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी पंकज कनेरिया ने गुना के मतदाताओं को विश्वास दिलाया कि वह अपने संकल्पों पर हर हाल में खरा उतरेंगे। पंकज कनेरिया ने बताया कि उनके परिवारजनों ने शासकीय सेवा में रहकर गुना की सेवा की है, वह इस परम्परा को राजनीति के जरिए निभाएंगे। कनेरिया ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक और सरकार पर आरोप लगाया कि बीते 20 वर्षों से गुना की जनता उन्हें आशीर्वाद दे रही है, लेकिन विधानसभा क्षेत्र में अब तक कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं हुआ है। भाजपा के नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने गुना की जनता द्वारा दिए गए आशीर्वाद का गला घोंटा है।

सभा के दौरान भाजपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले वीरेंद्र रघुवंशी, संजीव विजयवर्गीय, शत्रुघ्न शर्मा, अविनाश पारोछिया, मोहित शर्मा, राजबहादुर, रामनाथ, रविंद्र जैन कैंची बीड़ी, सौरभ गुप्ता,अंशुल जैन, पंकज जैन, गौरव जैन, जावेद खान अलसँख्यक मोर्चा जिला उपाध्यक्ष, सगीर खान भारत टायर, सपा अल्पसंख्यक प्रदेश महासचिव, सतपाल जाटव, माधौलाल शिवहरे, सूरज रघुवंशी, मानसिंह राजपूत, सहित दो दर्जन से ज्यादा भाजपाइयों को पूर्व सीएम दिग्विजय ने माल्यार्पण कर कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।

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