काम का हर दिन मेरे लिए नई सीख है: Amitabh Bachchan
आपकी ताकत आपके भीतर है और केवल आप ही जरूरत के हिसाब से इसका उपयोग कर सकते हैं
मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का कहना है कि उनके लिए हर दिन कुछ न कुछ सीखने वाला होता है। उनके जीवन का हर एक दिन एक ऐसे नए पहलू से उन्हें रूबरू कराता है, जो जीवन और जीने की वास्तविकता को एक नया रंग देता है। बिग बी ने अपने ब्लॉग पर लिखा, काम का प्रत्येक दिन मेरे लिए सीख है... सिर्फ काम ही नहीं, बल्कि एक और दिन ऐसे तत्वों से भरा है जो हमें जीवन और जीने की वास्तविकता के करीब लाता है। प्रत्येक दिन हम जीवन को देखते हैं और जानते हैं और कभी-कभी हमारी आंखों में आश्चर्य होता है... देखें कि आप कहां हैं, और आपके भीतर क्या है। किसी नुकसान पर विलाप करने का कोई मतलब नहीं है। इसे स्वीकार करें और अपने और अपने ऊपर निर्भर लोगों के लिए बेहतर जीवन जीने के लिए मेहनत करें। आपकी ताकत आपके भीतर है और केवल आप ही अपनी जरूरत के हिसाब से इसका उपयोग कर सकते हैं। अमिताभ बच्चन फिलहाल रियलिटी शो कौन बनेगा करोड़पति 16 को होस्ट कर रहे हैं। शो में उन्हें पदक विजेता मनु भाकर से शूटिंग के रहस्य सीखते हुए भी देखा गया। एक एपिसोड में बिग बी ने ओलंपिक पदक विजेता मनु और अमन सहरावत का तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया और उनकी ऐतिहासिक जीत पर उन्हें बधाई दी। इस दौरान मनु ने ओलंपिक के मंच पर अपने प्रदर्शन पर भी बात की और बताया कि कैसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने कभी उम्मीद नहीं खोई। अमिताभ ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता था कि शूटर शॉट लेने के बाद इतना लंबा इंतजार क्यों करते हैं।
मुझे तब तक समझ नहीं आया जब तक अभिषेक बच्चन ने मुझे नहीं बताया कि वे अपनी सांस और हृदय गति को नियंत्रित कर रहे हैं, इसलिए उन्हें समय लगता है। तकनीकों के बारे में बात करते हुए मनु ने कहा कि शुरुआत में एक मजबूत आधार होना महत्वपूर्ण है और यह हर चीज पर लागू होता है। बहुत से लोग सोचते हैं कि शूटिंग सरल है। बस पिस्तौल उठाओ और निशाना लगाओ, लेकिन यह उससे कहीं अधिक मुश्किल है। मुकाबले के दौरान हमारी हृदय गति बढ़ जाती है, लेकिन हमें शांत रहना होता है, भले ही हम चिंतित महसूस कर रहे हों। एकाग्रता बनाए रखना और बेचैनी या घबराहट को नियंत्रित करना काफी मुश्किल होता है। इसलिए मैं योग, सूर्य नमस्कार और ध्यान पर बहुत ज्यादा निर्भर करती हूं। मैं इस दिनचर्या का सख्त अनुशासन के साथ पालन करती हूं। उन्होंने बताया कि वह 4:8 श्वास तकनीक का भी उपयोग करती हैं। इसका मतलब होता है चार सेकंड तक सांस लेना और आठ सेकंड तक सांस छोड़ना। उन्होंने कहा कि अभ्यास के जरिए इस पर महारत हासिल करने से मेरी हृदय गति सामान्य हो जाती है। मैचों के दौरान, जब निशाना लगाते समय घबराहट के कारण हमारे हाथ कांपते हैं, तो यह तकनीक मुझे शांत और केंद्रित रहने में मदद करती है।
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