
जनजातीय संस्कृति में भगोरिया हाट का है विशेष महत्व : Chief Minister Dr. Yadav
भोपाल/मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को बड़वानी जिले के पानसेमल के पारंपरिक लोक उत्सव भगोरिया हाट में कहा कि जनजातीय संस्कृति में भगोरिया का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि हमारे त्यौहार और संस्कृति हमारी परम्परा को दर्शाते है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय वेशभूषा पहनकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ विशेष रूप से सजी हुई गाड़ी में भगोरिया मेले का आनंद लिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी को भगोरिया एवं होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगोरिये में पानसेमल क्षेत्र की जनजातीय संस्कृति देखने को मिली।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय संस्कृति में भगोरिया हाट का विशेष महत्व है। यह पर्व रबी की फसल कटाई के बाद मनाया जाता है। इसमें ग्रामीण भाई-बहन त्यौहारों के लिए विशेष खरीदी करते है। त्यौहारों में हम एक दूसरे से आपस में मिलकर आपसी वैमनस्य को समाप्त कर भाई-चारा बनाये रखते है। हम सब एक दूसरे से मिलजुलकर हमेशा जुड़े रहे यही हमारे त्यौहारों की विशेषताएं है, इसलिए हमे अपने त्यौहार, अपनी संस्कृति एवं परंपराओं का सम्मान करते हुए इन्हे सहेजना चाहिए।
ढोल-मांदल बजाने वालें समूहों को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उनके स्वागत में आये स्थानीय ढोल-मांदल बजाने वाले समूहो की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ढोल-मांदल की थाप पर स्वत: पैर थिरकने लगते हैं। संस्कृति संरक्षण के लिये कलाकारों को प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रत्येक समूह को 5-5 हजार रूपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जनजातीय संस्कृति की इस परंपरा को वे बनाये रखे, जिससे आने वाली पीढ़ी भी इसे देखते हुए अपनी धरोहर को सहेज सकें।
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