
म्यांमार में सेना ने बढ़ाया आपातकाल, चुनाव टाले ; सू की की सजा घटाकर 27 साल की : तख्तापलट के बाद 6 हजार ने गंवाई जान
नेपीडों। म्यांमार में 2021 में तख्तापलट कर चुकी सेना ने वहां आपातकाल का समय 6 महीने के लिए बढ़ा दिया है। म्यांमार में इमेरजेंसी 31 जुलाई को खत्म होने वाली थी। इससे पहली ही सेना के नेतृत्व वाली नेशनल डिफेंस और सिक्योरिटी काउंसिल ने बैठक कर आपातकाल बढ़ाने की घोषणा कर दी। सेना ने अगस्त में होने वाले चुनाव को भी टाल दिया है।
वहीं, स्टेट मीडिया के मुताबिक सेना ने तख्तापलट से पहले म्यांमार की नेता रही आंग सान सू की को उनके गुनाहों के लिए माफ कर दिया है। आंग सान सू की को 19 मामलों का दोषी पाया गया था इनमें से उनके 5 गुनाहों के लिए माफ कर दिया गया है। पहले सेना ने 33 साल की सजा दी थी। सेना ने उसे घटाकर 27 साल कर दिया है। वो उन 7 हजार लोगों में से हैं जिन्हें सेना की तरफ से माफी दी गई है। फिलहाल सेना ने सू की को हाउस अरेस्ट में रखा हुआ है।
2 साल पहले सेना ने किया था तख्तापलट
म्यांमार में सेना ने 1 फरवरी 2021 को तख्तापलट कर दिया था। वहां की लोकप्रिय नेता और स्टेट काउंसलर आंग सान सू की और राष्ट्रपति विन मिंट समेत कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद मिलिट्री लीडर जनरल मिन आंग हलिंग ने खुद को देश का प्रधानमंत्री घोषित कर दिया था। सेना ने देश में 2 साल के आपातकाल की घोषणा की थी।
चुनाव के बाद से सरकार-सेना में था मतभेद
दरअसल, म्यांमार में नवंबर 2020 में आम चुनाव हुए थे। इनमें आंग सान सू की की पार्टी ने दोनों सदनों में 396 सीटें जीती थीं। वहीं विपक्ष की यूनियन सॉलिडैरिटी एंड डेवलपमेंट पार्टी ने दोनों सदनों में मात्र 33 सीटें ही जीतीं। इस पार्टी को सेना का समर्थन हासिल था। नतीजे आने के बाद सेना ने इस पर सवाल खड़े कर दिए। सेना ने चुनाव में सू की की पार्टी पर धांधली करने का आरोप लगाया था। चुनाव नतीजों के बाद से ही सरकार और सेना के बीच मतभेद शुरू हो गया, जिसके बाद सेना ने तख्तापलट कर दिया था।
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