असम के रास्ते दिल्ली आ रहे 9 बांग्लादेशी और 4 रोहिंग्या पकड़े गए, जानें क्या था प्लान
फर्जी आधार कार्ड के सहारे मानव तस्करी और देह व्यापार में जुटे थे बांग्लादेशी
गुरुग्राम l भारत में बांग्लादेशियों की अवैध रूप से घुसपैठ करने और उनके पकड़े जाने की खबरें सामने आती रहती हैं, लेकिन ताजा मामला कहीं ज्यादा गंभीर है। हरियाणा के मुख्यमंत्री के उड़नदस्ते और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति में कथित संलिप्तता के आरोप में DLF फेज-3 क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे 3 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। चिंताजनक बात यह है कि तीनों के पास से फर्जी आधार कार्ड, मोबाइल सिम और ड्राइविंग लाइसेंस तक बरामद हुए हैं।
मुखबिर ने दी थी बांग्लादेशियों के बारे में सूचना
पुलिस ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एक मुखबिर ने उन्हें बांग्लादेशी नागरिकों के बारे में सूचना दी थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस की एक टीम को मौके पर भेजा गया, जिसने रुहान बाबू हुसैन नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा। हुसैन ने छापा मारने वाली टीम को बताया कि उसके 2 साथी भी DLF फेज-3 के U-ब्लॉक में रहते थे, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में पकड़े गए आरोपियों की पहचान अमीन हुसैन और अरको हुसैन के रूप में हुई है।
नाम बदलकर रह रहा था गिरोह का सरगना
पुलिस ने इनके पास से फर्जी आधार कार्ड, मोबाइल सिम और ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद किया है। पूछताछ के दौरान संदिग्धों ने खुलासा किया कि वे वेश्यावृत्ति के लिए बांग्लादेश से बेंगलुरु, चेन्नई, मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, गुरुग्राम, कोलकाता और नोएडा सहित देश के विभिन्न शहरों में महिलाओं की तस्करी करते थे। सीएम के उड़नदस्ते के एक अधिकारी हरीश कुमार ने कहा, ‘गिरोह का मुख्य संदिग्ध रूहान बाबू हुसैन है, जिसने अपनी पहचान छिपाने के लिए अपना नाम बदलकर रोहन चौधरी रख लिया।’ इस घटना से पता चलता है कि भारत में बांग्लादेश से आए अवैध घुसपैठियों की समस्या कितना विकराल रूप धारण करती जा रही है।
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